न्यूज़ डेस्क, अमर उजाला,
द्वारा प्रकाशित: सुरेंद्र जोशी
अद्यतित शुक्र, अप्रैल 16 2021 4:22 अपराह्न IST
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दरअसल, राजगढ़ जिला अस्पताल में चार वेंटिलेटर छह महीने से खराब थे। उन्हें ठीक करने के लिए कोई इंजीनियर नहीं आएगा। जब कलेक्टर और एसपी ने कोरोना अवधि के दौरान यह जानकारी प्राप्त की, तो उन्होंने अस्पताल के गोदाम में निष्क्रिय वेंटिलेटर की मरम्मत के लिए पहल की।
प्रदेश शर्मा, एसपी, राजगढ़, आईआईटी रुड़की से बीटेक पास हैं। उन्होंने एक निजी कंपनी में भी काम किया है। इसके बाद वह एक लोक सेवक बन गया। एसपी शर्मा और कलेक्टर नीरज सिंह ने एक साथ दो बेकार पंखे ठीक किए और उन्हें कोविद के कमरे में स्थापित किया।
दोनों वरिष्ठ जिला अधिकारी व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरणों के साथ राजगढ़ जिला अस्पताल पहुंचे। उन्होंने केवल एक किट का उपयोग करके पंखे की मरम्मत की। उनकी सहायता के लिए PWD इंजीनियर सुमित सिंह और NPA इंजीनियर अंकित सिंह भी थे। अधिकारियों ने इस काम में सहायता के लिए वेंटिलेटर के साथ आए ब्रोशर की भी मदद ली। हालांकि, उनकी पहल और भावना को सलाम किया जाना चाहिए।
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