इलेक्ट्रिक कारें: खरीदना, चलाना और रखरखाव सरल तरीके
इलेक्ट्रिक कारें आज रोज़मर्रा की ज़रूरत बन रही हैं। कम ईंधन खर्च, शोर कम और शून्य एक्सहॉस्ट उत्सर्जन—ये फायदे हैं जिनकी वजह से लोग ईवी की तरफ़ बढ़ रहे हैं। पर क्या सही ईवी चुननी है? चार्जिंग कैसे मैनेज करें? बैटरी की चिंता कैसे कम करें? ये सब बातें सीधे और साफ़ तरीके से समझते हैं।
खरीदने से पहले जाने वाली चीज़ें
सबसे पहले अपनी रेंज की ज़रूरत तय करें। रोज़ाना कितनी दूरी चलती है—यह जान कर आप सही बैटरी साइज चुनेंगे। शहर में 150–250 किमी की रेंज वाले मॉडल सहनशील रहते हैं, लंबी दूरी के लिए 300+ किमी देखें।
दूसरी बात बजट और कुल लागत पर ध्यान दें। ईवी की शुरुआती कीमत पेट्रोल/डीज़ल से ज़्यादा हो सकती है, पर चलाने पर बिजली सस्ती पड़ती है और मेंटेनेंस कम होता है। टोटल कॉस्ट ऑफ़ ओनरशिप (TCO) पर ध्यान दें, न कि सिर्फ़ एक्स-शोरूम कीमत पर।
सरकारी सब्सिडी और टैक्स लाभ देखना मत भूलिए। कई राज्यों में रजिस्ट्रेशन और इंस्टॉलेशन पर छूट मिलती है। इन स्कीमों का फायदा उठाकर आप कुल लागत घटा सकते हैं।
चार्जिंग और बैटरी व्यवहार
चार्जिंग के तीन सामान्य विकल्प हैं: घरेलू AC चार्जर, सार्वजनिक डीसी फास्ट चार्जर और सुपरचार्जर नेटवर्क। घर पर रात में सस्ते टारिफ पर चार्ज करना सबसे आसान होता है। अगर आप रोज़ छोटी दूरी चलते हैं तो 7–11 kW AC चार्जर काफी रहता है।
लॉन्ग ड्राइव के लिए फास्ट चार्जिंग जरूरी है। हर बार फुल चार्ज लेने की ज़रूरत नहीं है; बैटरी लाइफ के लिए 20–80% में चार्ज रखना बेहतर माना जाता है। फास्ट चार्जिंग से बैटरी गरम होती है—गरमी पर ध्यान दें और जरूरत पड़ने पर चार्जिंग ब्रेक लें।
बैटरी का रखरखाव सरल है: तेज़ गर्मी से बचाएं, गहराई से डिस्चार्ज नियमित न करें और कार के सॉफ़्टवेयर अपडेट समय पर लें। कई निर्माता बैटरी वॉरंटी देते हैं—वॉरंटी शर्तों को समझ लें।
रखरखाव सामान्य कारों से अलग है, पर कुल मिलाकर कम खर्चीला है। ब्रेक और इंजन ऑयल जैसी बड़ी चीज़ें नहीं हैं, बस टायर, सस्पेंशन और बिजली के कनेक्शन नियमित चेक कराएं।
टेस्ट ड्राइव जरूर करें। रूटीन में चार्जिंग पॉइंट्स, पार्किंग स्पेस और रियल-लाइफ रेंज परखें। स्थानीय सर्विस सेंटर और स्पेयर पार्ट्स उपलब्धता भी चेक करें।
यदि आप शहर में रहते हैं और दैनिक दूरी मध्यम है, तो ईवी एक समझदारी भरा विकल्प है। लागत, सुविधा और पर्यावरण का मेल देखकर ही फैसला लें। इलेक्ट्रिक कारें अब सिर्फ़ ट्रेंड नहीं, रोज़मर्रा की उपयोगी गाड़ी बन चुकी हैं—थोड़ा हिसाब करके आप सही चुनाव कर पाएँगे।
Audi A8L और RS5 Sportback भारत में बंद: ब्रांड अब इलेक्ट्रिक दिशा में बढ़ रहा है
Audi India ने चुपचाप A8L और RS5 Sportback को अपनी वेबसाइट से हटा दिया है। दोनों मॉडल ग्लोबल लाइफसाइकल के अंत पर हैं और कंपनी का ध्यान अब इलेक्ट्रिक मॉडलों पर जा रहा है। A8L की टक्कर S-Class और 7 Series से थी, जबकि RS5 स्पोर्टी परफॉर्मेंस के लिए मशहूर थी। CBU इम्पोर्ट होने की वजह से कीमतें ऊंचीं थीं। अब लग्ज़री सेडान स्पेस में BMW और Mercedes मजबूत स्थिति में हैं।
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