कोरोना वैक्सीन: देश में घातक कोरोना वायरस की दूसरी लहर बेहद खतरनाक साबित हो रही है। अब हर दिन एक लाख से ज्यादा मामले सामने आते हैं। कोरोना से बढ़ते खतरे के बीच देश में टीकाकरण अभियान तेजी से आगे बढ़ रहा है। लेकिन इस बीच महाराष्ट्र, हरियाणा और ओडिशा सहित कई राज्यों ने दावा किया है कि उनमें वैक्सीन की कमी है। इस लिहाज से केंद्र सरकार ने बड़ी मात्रा में टीकों की मांग की है। हालाँकि, केंद्र सरकार ने राज्यों के इस दावे को निराधार माना है। जानिए देश में किन पांच राज्यों में टीकों की कमी है
महाराष्ट्र
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा है कि राज्य में कोरोना वैक्सीन की केवल 14 लाख खुराकें ही बची हैं, जो केवल तीन दिनों तक चलेंगी और कई टीकाकरण केंद्र टीकों की कमी के कारण बंद होने चाहिए। इन टीकाकरण केंद्रों पर आने वाले लोगों को वापस भेज दिया जाता है क्योंकि टीका की खुराक की आपूर्ति नहीं की गई है। हमें हर हफ्ते 40 मिलियन खुराक चाहिए। इससे हम एक हफ्ते में हर दिन छह लाख खुराक दे पाएंगे।
ओडिशा-
ओडिशा स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के अंडरसेक्रेटरी पीके महापात्र ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को एक पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि कोविशिल्ड की 15-20 लाख खुराक का प्रबंध किया जाए ताकि हालत में टीकाकरण को सुचारू रूप से चलाया जा सके। उन्होंने कहा कि राज्य में उपलब्ध स्टॉक और टीकाकरण की गति के अनुसार, खुराक के लिए केवल तीन और दिन शेष हैं।
छत्तीसगढ़, तेलंगाना और हरियाणा में भी गिरावट है
महाराष्ट्र और ओडिशा के अलावा, कोरोना वैक्सीन स्टॉक अब छत्तीसगढ़, तेलंगाना और हरियाणा में भी कम चल रहे हैं। यहां की सरकारों ने केंद्र से बड़ी मात्रा में टीके उपलब्ध कराने को कहा है।
यूपी के गाजियाबाद-नोएडा में स्टॉक कम चल रहा है
महत्वपूर्ण बात यह है कि राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा और गाजियाबाद में वैक्सीन का स्टॉक कम हो रहा है। कथित तौर पर गाजियाबाद के पास केवल 12,000 टीके बचे हैं और 13,000 खुराक नोएडा के पास बची हैं। हाल ही में गाजियाबाद को वैक्सीन की केवल 5,000 खुराक मिली। नोएडा में वैक्सीन की कमी के बाद, अब टीकाकरण केंद्रों की संख्या 41 हो गई है।
देश में टीकों की कमी नहीं है – हर्षवर्धन
राज्यों के दावे पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा है कि किसी भी राज्य में टीकों की कमी नहीं है। हर्षवर्धन ने कहा कि कुछ राज्य सरकारें पर्याप्त संख्या में लाभार्थियों का टीकाकरण किए बिना सभी के लिए टीके की मांग कर दहशत फैलाने और अपनी नाकामी छिपाने की कोशिश कर रही हैं। हर्षवर्धन ने कहा कि टीकों की कमी के आरोप पूरी तरह से निराधार हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि टीकाकरण में संयुक्त राज्य को पीछे छोड़ते हुए भारत दुनिया का सबसे तेजी से प्रतिरक्षण करने वाला देश बन गया है। अब तक देश में कोविद -19 वैक्सीन की 9 करोड़ से अधिक खुराक प्रशासित की जा चुकी हैं।
11 अप्रैल कार्यस्थल में भी टीकाकरण किया जाएगा।
गौरतलब है कि देश भर में कोरोना वायरस के खिलाफ चल रहे टीकाकरण अभियान के तहत आज केवल 45 और उससे अधिक उम्र के लोगों को टीका लगाया जा सकता है। हालाँकि, 11 अप्रैल, 2021 से, संघ के सभी राज्यों / क्षेत्रों में कार्यस्थलों में टीकाकरण केंद्र शुरू किए जाएंगे। इसके लिए केंद्र सरकार ने हरी झंडी दे दी है। कार्यस्थल के कर्मचारियों के लिए पंजीकरण की सुविधा भी होगी।
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