मध्य प्रदेश पुलिस पर एक बार फिर से वसूली करने और पैसा पाने की कोशिश करने का आरोप लगा है। इस मामले में नोएडा में दो एसआई और मध्य प्रदेश के एक पुलिस अधिकारी को गिरफ्तार किया गया है। दरअसल जबलपुर साइबर सेल पुलिस पैसे हड़पने के लिए दिल्ली गई थी, लेकिन प्रतिवादी ने उससे एक SI पिस्तौल छीन ली, जिसके बाद पूरा खेल पागल हो गया।
ये है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक, पूरा मामला पोंजी स्कीम के संचालक सूर्यभान यादव और शशिकांत यादव से जुड़ा है। कहा जाता है कि पोंजी योजना के संचालक सूर्यभान यादव का नोएडा के सेक्टर 62 में स्थित नोएडा वन भवन में वेबज़ोन टेक्नोलॉजी के नाम से एक कार्यालय है। इसमें मैं मल्टी-लेवल मार्केटिंग करता था। मध्य प्रदेश के चंद्रकेतु दुबे ने भी इसमें पैसा लगाया था। दंगों के बाद, चंद्रकेतु ने जबलपुर साइबर सेल में सूर्यभान के खिलाफ शिकायत की।
पुलिस ने 28 लाख रुपये लूट लिए
जांच से पता चला है कि मध्य प्रदेश साइबर सेल की टीम 15 दिसंबर से सूर्यभान के संपर्क में थी। पुलिसकर्मियों ने महज तीन दिनों में उन्हें धमकी देते हुए 28 लाख 70 रुपये नकद भी ले लिए। इनमें से 4 लाख 70 लाख मध्य प्रदेश पीड़ित चंद्रकेतु दुबे के बैंक खाते में ट्रांसफर किए गए।
समुद्र के खाते में भी पैसा हड़पने की कोशिश की जा रही है
वास्तव में, सूर्यभान यादव का ICICI बैंक की नोएडा सेक्टर -18 शाखा में खाता है, जो जमी हुई थी। इस बैंक खाते में करीब 58 लाख रुपये जमा हैं। अब मध्यप्रदेश पुलिस की साइबर सेल सूद लेना चाहती थी। यह सूर्यभान के लिए गलत हुआ। उसने अपने साथियों के साथ मिलकर साइबर एसआई से पिस्तौल छीन ली, जिसके बाद मामले का खुलासा हुआ। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त लव कुमार ने कहा कि इस मामले में 2 एसआई, एक एजेंट, पोंजी स्कीम ऑपरेटर और उसके भाई को गिरफ्तार किया गया है।