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- 7 साल की एलिजाबेथ नॉर्मन दुनिया की पहली लड़की बनी जिसका स्टिकर चांद पर चमकेगा और एस्ट्रो लिज़ प्रयोगशाला टाइम कैप्सूल पर रखा जाएगा।
4 मिनट पहले
- प्रतिरूप जोड़ना
एलिजाबेथ नॉर्मन, एक 7 वर्षीय बढ़ती अंतरिक्ष यात्री, दुनिया की पहली लड़की है, जिसकी रचना चंद्रमा पर जाएगी। 1972 में एलिजाबेथ की placed एस्ट्रो लिज़ लैब ’स्टिकर को उस समय कैप्सूल पर रखा जाएगा जिसे चंद्रमा पर उड़ाया गया था। नॉर्मन की मां ने बताया कि नॉर्मन ने मंगल ग्रह के रोवर के उतरने के बाद अंतरिक्ष विज्ञान की ओर अपना ध्यान आकर्षित किया। उसी वर्ष उन्होंने same वल्कन सेंटूर ’नामक अपना रॉकेट लॉन्च किया। यह अमेरिकी अंतरिक्ष यान प्रक्षेपण सेवा प्रदाता यूनाइटेड लॉन्च एलियंस द्वारा दिया गया एक 7-फुट कार्डबोर्ड मॉडल है।
नॉर्मन अपने सोशल मीडिया चैनल ‘एस्ट्रो लिज़ लैब’ के माध्यम से विज्ञान से संबंधित प्रयोग करते हैं। उन्होंने हाल ही में नासा द्वारा संचालित “वर्चुअल मिशन टू मार्स” एक पांच सप्ताह का कार्यक्रम पूरा किया है। इस कंपनी के एक प्रवक्ता ने कहा कि नॉर्मन युवाओं के लिए एक रोल मॉडल होगा। अंतरिक्ष के लिए एलिजाबेथ का प्रयास सराहनीय है। वह इस शिशु को चंद्रमा पर भेजने पर गर्व महसूस कर रहे हैं।