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दुखद: कोरोना ने एक और जीवन लिया, प्रसिद्ध लेखक, चित्रकार और पत्रकार प्रभु जोशी


न्यूज़ डेस्क, अमर उजाला, इंदौर

द्वारा प्रकाशित: प्रशांत कुमार
अपडेटेड मंगलवार, 4 मई, 2021 03:05 बजे IST

बायोडाटा

प्रभु जोशी के निधन की खबर सुनकर साहित्य जगत में शोक की लहर दौड़ गई। प्रभु जोशी एक चित्रकार, कहानीकार, संपादक, आकाशवाणी अधिकारी और टेलीविजन फिल्म निर्माता के रूप में जाने जाते थे।

प्रभु जोशी अब मौजूद नहीं हैं (फाइल फोटो)

प्रभु जोशी अब मौजूद नहीं हैं (फाइल फोटो)
– फोटो: सामाजिक नेटवर्क

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इंदौर के प्रसिद्ध लेखक, चित्रकार और पत्रकार प्रभु जोशी का निधन हो गया। वह पिछले कुछ दिनों से कोरोना के इलाज में थे। उनकी मृत्यु की खबर सुनकर साहित्य जगत में शोक की लहर है। प्रभु जोशी एक चित्रकार, कहानीकार, संपादक, आकाशवाणी अधिकारी और टेलीविजन फिल्म निर्माता के रूप में जाने जाते थे। उनकी छवियों को ट्रिनिस्टन, ऑस्ट्रेलिया में लैंकिस्टन और हर्बर्ट में प्रदर्शित किया गया था। प्रभु जोशी को गैलरी ऑफ कैलिफोर्निया (यूएसए) से वाटर कलर के लिए थॉमस मोरन पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है। इसे ट्वेंटी फर्स्ट सेंचुरी गैलरी, न्यू यॉर्क की टॉप सेवंती में शामिल किया गया था। उन्हें अपनी कहानी कहने के लिए भारत भवन और मध्य प्रदेश साहित्य परिषद को चित्रित करने के लिए अखिल भारतीय पुरस्कार भी मिला।

प्रभु जोशी को कई अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार मिले हैं

प्रभु जोशी इंदौर ऑल इंडिया रेडियो में कार्यक्रम के कार्यकारी पद पर भी कार्यरत थे। उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई रेडियो कार्यक्रम देने का श्रेय दिया जाता है। इसके लिए उन्हें कई अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार भी मिले। वर्तमान में लेखन और पेंटिंग में सक्रिय हैं। हाल ही में उन्हें बर्लिन, जर्मनी में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय जनसंचार कार्यक्रम में ऑल हाउ लॉन्ग ऑन रेडियो शो के लिए विशेष ज्यूरी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। प्रभु जोशी को ‘इंडियन रिसर्च विंग’ के लिए ‘आदिवासी समाज पर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के प्रभाव’ विषय पर किए गए अध्ययन के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार मिला। हिंदी और अंग्रेजी में उनकी कहानियां कई अखबारों और पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई हैं।





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