न्यूज़ डेस्क, अमर उजाला, ग्वालियर
द्वारा प्रकाशित: सुरेंद्र जोशी
रविवार 2 मई, 2021 08:42 पूर्वाह्न IST को अपडेट किया गया
बायोडाटा
शनिवार को मप्र के ग्वालियर के कमलाराजा अस्पताल में भारी हंगामा हुआ। लापरवाही के आरोपों के बीच डॉक्टरों और मरीजों के रिश्तेदारों के बीच टकराव हुआ। इस अवधि के दौरान, अस्पताल में भर्ती तीन रोगियों की मृत्यु हो गई।
प्रतीकात्मक तस्वीर
– फोटो: सामाजिक नेटवर्क
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ग्वालियर के कमलाराजा अस्पताल में शनिवार को हंगामा हुआ। वहां भर्ती मरीजों के रिश्तेदारों और डॉक्टरों के बीच जमकर झगड़ा हुआ। डॉक्टरों ने महिलाओं को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। यहां भर्ती 80 वर्षीय शकुंतला देवी का निधन हो गया। अस्पताल में ड्यूटी पर डॉक्टरों के साथ इस विवाद के रिश्तेदार। इसके बाद नाराज स्टाफ नर्स कमरे से बाहर चली गईं। बाद में दो और मरीजों की भी मौत हो गई। हालांकि, डॉक्टरों का कहना है कि मरीज की हालत पहले से ही गंभीर थी।
महिला के रिश्तेदारों ने आरोप लगाया कि डॉक्टर ने उस मास्क को हटा दिया जिसके साथ उसे ऑक्सीजन दी गई थी। इससे उसकी मौत हो गई। जबकि डॉ। फ़राज़ आदिल और अन्य ने आरोपों से इनकार किया। इसके बाद, पहले परिवार ने कमरे में एक कांड बनाया, फिर डॉक्टर ने छोड़ दिया। थोड़ी देर बाद एक दर्जन से अधिक डॉक्टर कमरे में आए। इन डॉक्टरों ने मरीज के परिजनों को पीट-पीटकर मार डाला। डॉक्टरों ने महिला सहायक को भी नहीं बख्शा। दंगे में तीन और मरीजों की मौत हो गई। डॉक्टरों ने भी पुलिसकर्मियों से संपर्क किया। इसके बाद, सभी डॉक्टर डीन के कार्यालय में आए और काम करना बंद कर दिया। उन्होंने रोगी सहायकों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने की मांग की।
घटना की जानकारी मिलने पर ऊर्जा मंत्री पीएस तोमर ने जीआरएमसी कॉलेज से संपर्क किया और डॉक्टरों से सहयोग करने को कहा। उन्होंने कहा कि जल्द ही समस्याओं का समाधान किया जाएगा। मंत्री की गारंटी के साथ, डॉक्टर काम पर वापस चले गए और मामला हल हो गया।
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