न्यूज़ डेस्क, अमर उजाला, दमोह
द्वारा प्रकाशित: तनुजा यादव
Updated Wed, Apr 21 2021 12:41 PM IST
बायोडाटा
मध्य प्रदेश के दमोह में ऑक्सीजन सिलेंडर चोरी का मामला सामने आया है। जैसे ही ऑक्सीजन सिलेंडर की खेप अस्पताल में पहुंची, प्री कोविद के वार्ड में मौजूद मरीज के परिजनों ने सिलेंडर लूट लिए।
मध्य प्रदेश के दमोह में ऑक्सीजन सिलेंडर की चोरी
– फोटो: ANI
मध्य प्रदेश के दमोह में ऑक्सीजन सिलेंडर चोरी का मामला सामने आया है। जैसे ही अस्पताल में ऑक्सीजन सिलेंडर की खेप पहुंची, प्री कोविद के कमरे में मौजूद मरीज के रिश्तेदारों ने सिलेंडर लूट लिए और उन्हें एक के बदले दो सिलेंडर दिए गए।
उसी समय, जब अस्पताल के लोगों ने सिलेंडर वापस करने के लिए कहा, तो वे उनके साथ दुर्व्यवहार करने लगे। मामला इतना बढ़ गया कि रात को पुलिस बुलानी पड़ी। उधर, दमोह के जिलाधिकारी का कहना है कि जैसे ही अस्पताल को ऑक्सीजन सिलेंडर आने की सूचना मिली, मरीज का परिवार सिलेंडर चोरी करने के लिए वहां चला गया। हालांकि अस्पताल में ऑक्सीजन की मात्रा पर्याप्त थी। अब उन लोगों की पहचान की जा रही है और उनके खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा।
भोर तक झटके
एएसपी शिव कुमार सिंह अपनी टीम के साथ अस्पताल पहुंचे और परिवार पर दबाव बनाया, लेकिन परिवार इससे असहमत था। इसके बाद एएसपी वहां से चले गए। जब सुबह सिलेंडर की जरूरत पड़ी तो फिर से हंगामा हो गया। सिलेंडर की खोज करने वाले मरीजों को कोविद के पूर्व वार्ड से सिलेंडर लाने के लिए कहा गया था, लेकिन पहले से ही वार्ड में भर्ती लोग सिलेंडर देने के लिए तैयार नहीं थे।
बता दें कि अस्पताल में एक मरीज को सिलेंडर देने का नियम है, लेकिन मरीजों के परिजन दो सिलेंडर अपने साथ ले गए, क्योंकि उन्हें डर था कि ऑक्सीजन सिलेंडर कम हो जाएगा। अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ। ममता तिमोरी ने कहा कि प्री कोविद वार्ड में मरीजों ने उनसे जबरन सिलेंडर लिया था और वापस नहीं आ रहे थे। हालांकि कुछ सिलेंडर वापस कर दिए गए।
मामला मंगलवार देर रात 11:30 बजे का बताया गया। मरीज के परिवार ने कर्मचारी पर ऑक्सीजन सिलेंडर लेने का दबाव जारी रखा और विवाद शुरू हो गया। डॉ। तिमोरी ने कहा कि एसपी को एक पत्र लिखा गया था कि जब ऑक्सीजन सिलेंडर ट्रक आता है, तो मरीज के परिवार को सिलेंडर मिलता है।
विस्तृत
मध्य प्रदेश के दमोह में ऑक्सीजन सिलेंडर चोरी का मामला सामने आया है। जैसे ही ऑक्सीजन सिलेंडर की खेप अस्पताल में पहुंची, प्री कोविद के कमरे में मौजूद मरीज के रिश्तेदारों ने सिलेंडर लूट लिए और एक के बदले दो सिलेंडर छोड़ दिए गए।
उसी समय, जब अस्पताल के लोगों ने सिलेंडर वापस करने के लिए कहा, तो वे उनके साथ दुर्व्यवहार करने लगे। मामला इतना बढ़ गया कि रात को पुलिस बुलानी पड़ी। उधर, दमोह के जिलाधिकारी का कहना है कि जैसे ही अस्पताल को ऑक्सीजन सिलेंडर आने की सूचना मिली, मरीज का परिवार सिलेंडर चोरी करने के लिए वहां चला गया। हालांकि अस्पताल में ऑक्सीजन की मात्रा पर्याप्त थी। अब उन लोगों की पहचान की जा रही है और उनके खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा।
भोर तक झटके
एएसपी शिव कुमार सिंह अपनी टीम के साथ अस्पताल पहुंचे और परिवार पर दबाव बनाया, लेकिन परिवार इससे असहमत था। इसके बाद एएसपी वहां से चले गए। जब सुबह सिलेंडर की जरूरत पड़ी तो फिर से हंगामा हो गया। सिलेंडर की खोज करने वाले मरीजों को कोविद के पूर्व वार्ड से सिलेंडर लाने के लिए कहा गया था, लेकिन पहले से ही वार्ड में भर्ती लोग सिलेंडर देने के लिए तैयार नहीं थे।
‘मरीजों ने जबरन सिलेंडर छीन लिए और रख लिए’
बता दें कि अस्पताल में एक मरीज को सिलेंडर देने का नियम है, लेकिन मरीजों के परिजन अपने साथ दो सिलेंडर ले गए, क्योंकि उन्हें डर था कि ऑक्सीजन सिलेंडर कम हो जाएगा। अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ। ममता तिमोरी ने कहा कि प्री कोविद वार्ड में मरीजों ने उनसे जबरन सिलेंडर लिया था और वापस नहीं आ रहे थे। हालांकि कुछ सिलेंडर वापस कर दिए गए।
मामला मंगलवार देर रात 11:30 बजे का बताया गया। मरीज के परिवार ने कर्मचारी पर ऑक्सीजन सिलेंडर लेने का दबाव जारी रखा और विवादित स्थिति शुरू हो गई। डॉ। तिमोरी ने कहा कि एसपी को एक पत्र लिखा गया था कि जब ऑक्सीजन सिलेंडर ट्रक आता है, तो मरीज के परिवार को सिलेंडर मिलता है।
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