न्यूज़ डेस्क, अमर उजाला, खंडवा
द्वारा प्रकाशित: तनुजा यादव
अपडेट किया गया गुरुवार, 15 अप्रैल, 2021 11:28 बजे IST
बायोडाटा
मध्य प्रदेश के खंडवा में एक कोविद रोगी की मृत्यु हो गई, लेकिन तीन दिनों तक परिवार को यह पता नहीं चल सका कि उनका रोगी जीवित था या मृत।
मुकुट से मौत (फाइल फोटो)
– फोटो: पीटीआई
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मामला ऐसा है कि सुनील के रिश्तेदारों को यह पता लगाने में तीन दिन लग गए कि सुनील मरा था या नहीं। बता दें कि सुनील की मौत की खबर तीन दिन पहले सोशल मीडिया पर आई थी। सुनील का बेटा पंकज और उसका दोस्त अस्पताल के चक्कर लगाते रहे, लेकिन अस्पताल प्रशासन ने उन्हें कोई जानकारी नहीं दी।
बुधवार को जब पंकज अस्पताल पहुंचे, तो उन्होंने यहां कर्मचारी से बात की और एक वीडियो भी रिकॉर्ड किया। इस वीडियो में, कर्मचारी कह रहा है कि हम आपको आपके पिता का शरीर देते हैं और आपको एक एम्बुलेंस भी प्रदान करते हैं, लेकिन इसके लिए एक शर्त को स्वीकार करना होगा कि किसी भी पत्रकार को इस बारे में खबर नहीं देनी है, अन्यथा मामला उग्र हो सकता है। ।
यह कहने के बाद, कर्मचारी पंकज को मोर्चुरी ले गया, अपने पिता के शव को एम्बुलेंस में रखा, और श्मशान में चला गया। जब यह मामला सामने आया, तो इसे स्पष्ट करते हुए अस्पताल के डीन डॉ। अनंत पवार ने कहा कि इस मामले की जांच की जा रही है, जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।
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