न्यूज़ डेस्क, अमर उजाला, हरिद्वार
द्वारा प्रकाशित: निर्मला सुयाल निर्मला सुयाल
अपडेटेड गुरुवार, 15 अप्रैल, 2021 6:08 बजे IST
प्रतीकात्मक तस्वीर
– फोटो: अमर उजाला
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उत्तराखंड में कोरोना: स्वास्थ्य विभाग अस्पताल से घर के अलगाव के लिए समय भेजने की जहमत नहीं उठाता
श्री पंच निर्वाणी अखाड़े के दिग्गज महामंडलेश्वर कपिल देव दास की मृत्यु के साथ, संत बैरागी समाज सहित पूरे कुंभनगरी में हैं। 12 अप्रैल को महामंडलेश्वर का स्वास्थ्य अचानक बिगड़ गया। उसे सांस लेने में तकलीफ और बुखार था।
आननफानन महामंडलेश्वर के अनुयायियों ने उन्हें देहरादून कैलाश अस्पताल में भर्ती कराया। यहां कोविद की जांच ने महामंडलेश्वर को सकारात्मक पाया। 13 अप्रैल को महामंडलेश्वर का स्वास्थ्य बिगड़ गया। डॉक्टरों की तमाम कोशिशों के बाद भी रात 10:30 बजे उनकी मौत हो गई। इसके बाद, महामंडलेश्वर के अनुयायी उनकी लाश को मध्य प्रदेश के आश्रम ले गए।
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मंगलवार रात देहरादून के एक अस्पताल में निर्वाणी अनी के एक संत की मृत्यु हो गई। संत की कोविद रिपोर्ट सकारात्मक थी। स्वास्थ्य विभाग की टीम को संत और अनुयायियों के संपर्क में आने वाले कोविद के अनुसंधान के लिए स्वैब के नमूने एकत्र करने के लिए छावनी में भेजा गया है।
-डॉ। एसके झा, हरिद्वार मार्केटिंग डायरेक्टर
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