दरभंगा: बिहार के दरभंगा जिले के दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल से गुस्साए परिवार के सदस्यों ने रविवार को युवा कोरोना पॉजिटिव के कोरोना आइसोलेशन रूम में एक बाथरूम में गंभीर अराजकता पैदा कर दी। प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार की सुबह परिजन कोरोना स्पेशल पवेलियन में युवक से मिलने पहुंचे। लेकिन यह वहां नहीं मिला। ऐसी स्थिति का सामना करते हुए, परिवार उसे देखने के लिए बाथरूम में गया, जहां उन्होंने युवक का शव देखा। यह देखकर परिवार वाले नाराज हो गए और हंगामा करने लगे। गुस्साए लोगों ने अस्पताल की सुविधाओं में तोड़फोड़ शुरू कर दी, जिससे अस्पताल के अंदर और बाहर कई कीमती सामान क्षतिग्रस्त हो गए।
मृतक के पिता ने डॉक्टरों पर आरोप लगाया
इस मामले में परिजनों ने डीएमसीएच के प्रबंधक पर लापरवाही का आरोप लगाया है। मृतक के पिता ने कहा कि जब वह अपने मोबाइल से बेटे के साथ कोई संपर्क नहीं होने पर अलगाव कक्ष में गया, तो वह वहां नहीं मिला। खोजबीन के बाद उसका शव बाथरूम में मिला। पिता का आरोप है कि डॉक्टरों की लापरवाही के कारण उनके बेटे की जान चली गई।
अस्पताल प्रबंधन चुप था
इधर, अस्पताल प्रबंधन पूरे मामले पर चुप्पी साधे हुए है। कोई भी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। ऐसे में सवाल उठता है कि मिथिलांचल के सबसे बड़े अस्पताल में मरीजों को देखने वाला कोई नहीं है? क्या व्यवस्था भगवान पर भरोसा कर रही है? बाहर, कारण जो भी हो, लेकिन इस घटना ने अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही को उजागर कर दिया है।
गौरतलब है कि एक बार फिर से देशभर में कोरोना संक्रमण लोगों को प्रभावित करने लगा है। हर दिन सैकड़ों नए कोरोना रोगी पाए जाते हैं। बिहार में कोरोना के नए मामले भी सामने आए हैं। राजधानी पटना की स्थिति सबसे खराब है। वहीं, दूसरे जिलों में भी रोज नए मरीज मिलते हैं।
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