मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (एमपी-पीएससी) द्वारा आयोजित 2019 राज्य सेवा प्रधान परीक्षा का परिणाम जून में आने की संभावना है। राज्य में कोरोना संक्रमण के मामलों में वृद्धि के मद्देनजर, पहली बार पीएससी परीक्षा का मूल्यांकन ऑनलाइन आयोजित किया जाएगा। एजेंसी ने इसके लिए भी व्यवस्था की है।
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मूल्यांकनकर्ताओं को कार्यालय में आना होगा, वे घर से कॉपी की समीक्षा नहीं कर पाएंगे।
इस प्रणाली के तहत, परीक्षक घर से कॉपी का सत्यापन नहीं कर सकते हैं। उन्हें कॉपी की समीक्षा के लिए पीएससी कार्यालय आना होगा। आपके मूल्यांकन के लिए अग्रिम में आपको स्कैन की गई प्रतियाँ यहाँ दी जाएंगी। आयोग का मानना है कि इस प्रणाली के माध्यम से त्रुटियों की संभावना समाप्त हो जाएगी और समय की भी बचत होगी। पीएससी प्रबंधन के अनुसार, यह मूल्यांकन प्रक्रिया मई के पहले सप्ताह में शुरू होगी। बता दें कि यह परीक्षा 21-26 मार्च को कोरोना संक्रमण के बीच की गई थी।
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उत्तर पुस्तिकाओं को पहले स्कैन करके कंप्यूटर पर सहेजा जाएगा। इंदौर में पीएससी मुख्यालय में मौजूद मूल्यांकनकर्ताओं को एक गोपनीय लॉगिन पहचान पासवर्ड प्राप्त होगा। इस लॉगिन पहचान पासवर्ड के माध्यम से, परीक्षक डिजिटल उत्तर पुस्तिकाओं को देख और सत्यापित कर पाएंगे। मूल्यांकन के दौरान, रेटिंग कंप्यूटर स्क्रीन पर ही की जाएगी, इसलिए आपका ऑनलाइन पंजीकरण भी तैयार किया जाएगा। ऑनलाइन मूल्यांकन अंकों के योग में त्रुटियों से बच जाएगा। इससे मूल्यांकन में समय की बचत होगी और मूल्यांकन के लिए कम शोधकर्ताओं की आवश्यकता होगी।
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मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (एमपी-पीएससी) द्वारा आयोजित 2019 राज्य सेवा प्रधान परीक्षा का परिणाम जून में आने की संभावना है। राज्य में कोरोना संक्रमण के मामलों में वृद्धि के मद्देनजर, पहली बार पीएससी परीक्षा का मूल्यांकन ऑनलाइन आयोजित किया जाएगा। एजेंसी ने इसके लिए भी व्यवस्था की है।
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मूल्यांकनकर्ताओं को कार्यालय में आना होगा, वे घर से कॉपी की समीक्षा नहीं कर पाएंगे।
इस प्रणाली के तहत, परीक्षक घर से कॉपी का सत्यापन नहीं कर सकते हैं। उन्हें कॉपी की समीक्षा करने के लिए पीएससी कार्यालय आना पड़ता है। आपके मूल्यांकन के लिए अग्रिम में आपको स्कैन की गई प्रतियाँ यहाँ दी जाएंगी। आयोग का मानना है कि इस प्रणाली के माध्यम से त्रुटियों की संभावना समाप्त हो जाएगी और समय की भी बचत होगी। पीएससी प्रबंधन के अनुसार, यह मूल्यांकन प्रक्रिया मई के पहले सप्ताह में शुरू होगी। बता दें कि यह परीक्षा 21-26 मार्च को कोरोना संक्रमण के बीच की गई थी।
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यहां बताया गया है कि ऑनलाइन मूल्यांकन कैसे होगा
उत्तर पुस्तिकाओं को पहले स्कैन करके कंप्यूटर पर सहेजा जाएगा। इंदौर में पीएससी मुख्यालय में मौजूद मूल्यांकनकर्ताओं को एक गोपनीय लॉगिन पहचान पासवर्ड प्राप्त होगा। इस लॉगिन पहचान पासवर्ड के माध्यम से, परीक्षक डिजिटल उत्तर पुस्तिकाओं को देख और सत्यापित कर पाएंगे। मूल्यांकन के दौरान, रेटिंग कंप्यूटर स्क्रीन पर ही की जाएगी, इसलिए आपका ऑनलाइन पंजीकरण भी तैयार किया जाएगा। ऑनलाइन मूल्यांकन अंकों के योग में त्रुटियों से बच जाएगा। इससे मूल्यांकन में समय की बचत होगी और मूल्यांकन के लिए कम शोधकर्ताओं की आवश्यकता होगी।
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