न्यूज़ डेस्क, अमर उजाला, इंदौर
द्वारा प्रकाशित: तनुजा यादव
अपडेटेड शनिवार 10 अप्रैल, 2021 10:18 AM IST
ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी (फाइल फोटो)
– फोटो: पिक्साबे
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मध्य प्रदेश वर्तमान में कोरोना के नियंत्रण में है और कोरोना के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं। हालांकि कोरोना को सख्ती से रोका नहीं जा सकता है, कोरोना से प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं की मरम्मत करनी होगी। इंदौर में कोरोना से जंग के लिए ऑक्सीजन, रेमेडिसवीर इंजेक्शन से लेकर अस्पताल के बिस्तर तक समय की कमी की खबरें आई हैं।
इतना ही नहीं, इन मुद्दों को अस्पताल में संबोधित नहीं किया जा रहा है, लेकिन क्षेत्र के जन प्रतिनिधि दूसरे तरीके से रोते हैं। कृपया राज्य मंत्री उषा ठाकुर को बताएं कि आपने कोरोना को भगाने के लिए हवाई अड्डे पर देवी अहिल्या की पूजा की थी। हालांकि, इंदौर के अस्पतालों में ऑक्सीजन का संकट जारी है।
ऑक्सीजन संकट से संबंधित संकट शुक्रवार को भी जारी रहा। अस्पताल वर्मा में आईसीयू में 56 मरीज थे और केवल पांच ऑक्सीजन सिलेंडर रह गए थे। खजराना के पटेल अस्पताल में, बेड की कमी के कारण मरीजों को स्थिति बदलने के लिए कहा गया था।
शुक्रवार को 900 से अधिक मामले सामने आए
मध्य प्रदेश के इंदौर में शुक्रवार को 900 से अधिक मामले सामने आए। यह इंदौर में दर्ज किया गया सबसे अधिक है। इस दिन, छह हजार से अधिक लोगों का परीक्षण किया गया, जिनमें से 912 लोगों में कोरोना संक्रमण पाया गया। वहीं, कोरोना वायरस के कारण इंदौर में पांच लोगों की मौत हो गई। अब तक इंदौर में 994 मरीज कोरोना वायरस के खिलाफ निकल चुके हैं।
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