नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस के मामलों में तेजी से इजाफा देखने को मिल रहा है. भारत कोविड-19 की दूसरी लहर की चपेट में है. वहीं भारत में 1.60 लाख से ज्यादा लोगों की कोरोना के कारण मौत हो चुकी है. साथ ही अब तक 1.2 करोड़ से ज्यादा कोरोना मरीजों की पुष्टि भी हो चुकी है. देश में अब रोजाना 80 हजार से ज्यादा नए कोरोना मरीज सामने आ रहे हैं. सितंबर 2020 के बाद यह बड़ा उछाल है, जब देश में कोरोना की पहली लहर में रोज के 90 हजार कोरोना मरीज सामने आ रहे थे. बढ़ते कोरोना के मामलों के बीच लोगों में वैक्सीन लेने की इच्छा भी बढ़ी है.
देश में जनवरी के महीने में कोरोना वैक्सीनेशन का अभियान शुरू हुआ था. सरकार का कहना है कि कोविड-19 के खिलाफ कोविशिल्ड और कोवैक्सीन दोनों ही कोरोना वैक्सीन प्रभावी हैं. साथ ही सरकार का कहना है कि ये वैक्सीन यूके के स्ट्रेन के खिलाफ भी प्रभावी है. वहीं देश में अब तक 7 करोड़ से ज्यादा कोरोना वैक्सीन की खुराक दी जा चुकी है. भारत में वैक्सीन को लेकर अभी कुछ खास साइड इफेक्ट भी देखने को नहीं मिला है.
कितने लोग वैक्सीन लेने के इच्छुक?
इस बीच लोकलसर्किल का एक सर्वे सामने आया है. इस सर्वे में यह पता लगाने की कोशिश की गई है कि कोरोना की दूसरी लहर के चलते क्या लोगों की वैक्सीन को लेकर धारणा में कोई बदलाव आया है या नहीं. इस सर्वे में भारत के 299 जिलों के 27000 से ज्यादा लोगों की राय मिली है. लोकलसर्किल के इस सर्वे में पता चला है कि अब ज्यादा लोग कोरोना वैक्सीन लेना चाहते हैं. कोविड-19 वैक्सीन लेने के इच्छुक नागरिकों का प्रतिशत 75 दिनों में 38 फीसदी से बढ़कर से 77 फीसदी हो गया है. इसके अलावा कोरोना वैक्सीनेशन अभियान के शुरू होने के 75 दिन में ही अब सिर्फ 23 फीसदी नागरिक ही कोरोना वैक्सीन लेने में संकोच कर रहे हैं.
वैक्सीन के साइड इफेक्ट
वहीं इस सर्वे में सामने आया है कि कोरोना वैक्सीन लेने वाले 52 फीसदी नागरिकों में किसी भी प्रकार का कोई साइड इफेक्ट नहीं देखा गया है. हालांकि जिन लोगों ने कोरोना वैक्सीन ली है, उनमें से कुछ लोगों में बुखार, थकान, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, ठंड लगना, दस्त और इंजेक्शन साइट पर दर्द जैसे हल्के से मध्यम दुष्प्रभावों का सामना किया है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का कहना है कि वैक्सीन के गंभीर और लंबे साइड इफेक्ट देखे जा सकते हैं लेकिन यह काफी कम है.
वहीं इस सर्वे में कोरोना वैक्सीन लेने वाले लोगों से साइड इफेक्ट के बारे मे पूछा गया तो 10 फीसदी लोगों ने बुखार, हाथ में दर्द और शरीर में दर्द, 5 फीसदी ने बुखार और हाथ में दर्द, 13 फीसदी ने शरीर में दर्द और हाथ में दर्द की शिकायत की. वहीं दो फीसदी लोगों ने हाथ, शरीर में दर्द और बुखार के ज्यादा गंभीर होने की बात कही जबकि 1 फीसदी ने कुछ भी कहने से मना किया. कुल मिलाकर 52% नागरिकों ने कहा कि उनको कोई साइड इफेक्ट नहीं था. इस सर्वे में 9501 प्रतिक्रियाएं मिलीं.
कोरोना वैक्सीनेशन के तहत देश मे कोविशिल्ड और कोवैक्सीन नामक कोरोना वैक्सीन दी जा रही है. हालांकि भारत के नागरिकों को वैक्सीन चुनने का विकल्प नहीं दिया गया है. हालांकि सर्वे में लोगों ने कोविशिल्ड की बजाय कोवैक्सीन को ज्यादा तवज्जो दी है. सर्वे में 25 फीसदी लोगों ने कोविशिल्ड और 33 फीसदी लोगों ने कोवैक्सीन लेने की इच्छा जाहिर की है. हालांकि 37 फीसदी नागरिकों का कहना है कि उनकी कोई प्राथमिकता नहीं है. वहीं पांच फीसदी लोगों ने कहा कि वो अन्य वैक्सीन आने की प्रतिक्षा करेंगे.
यह भी पढ़ें:
कोरोना की दूसरी लहर क्यों है ज्यादा खतरनाक, कैसे कर सकते हैं इससे बचाव, जानें एक्सपर्ट की राय