न्यूज़ डेस्क, अमर उजाला, जबलपुर
द्वारा प्रकाशित: जीत कुमार
अपडेटेड सत, मार्च १३, २०२१ १२:४३ अपराह्न
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यह महिला जबलपुर के बसु में एक छोटे से होटल में काम करती थी, जहाँ वह प्रति दिन 200 चार्ज करती थी। उनका एक बेटा है। पीड़िता के अनुसार, एक महिला को उसके अंधेरे रंग के कारण तस्करों द्वारा निकाल दिया गया था।
अधिक धन का लालच
पीड़िता ने कहा कि होटल के मैनेजर, अनिल बर्मन ने उसे बताया कि वह 200 रुपये में कब तक काम करती रहेगी। अधिक पैसा कमाने के लालच में अनिल उसे 26 को कोटा ले गया। अनिल ने उसे अपनी पत्नी ज्योति से भी मिलवाया, जिसकी मदद से शालिनी को कोटा लाया गया।
गहरा चोकर
पुलिस के मुताबिक, आरोपी तीन महिलाओं को कोटा लेकर गया था। उसने एक महिला को 2.80 लाख रुपये में और दूसरी महिला को 70 हजार रुपये में बेचा, लेकिन 23 वर्षीय विवाहित महिला शालिनी को उसके गहरे रंग के कारण बेचे जाने से बचा लिया गया। पुलिस ने विभिन्न धाराओं को बलात्कार और मानव तस्करी के रूप में दर्ज किया है।
शादी के तीन साल बाद पति ने छोड़ दिया।
जानकारी के मुताबिक, पीड़िता रीवा की रहने वाली है। उनकी उम्र 31 साल है और उनका एक बेटा है। वह जबलपुर शहर भूकंप निपटान में एक छोटे से होटल में रोटी बनाता था। होटल में उन्हें वेतन के रूप में 200 रुपये मिलते थे। महिला ने करीब 15 साल पहले शादी की थी, उसका पति उसके साथ मारपीट करता था। इसी वजह से शादी के तीन साल बाद पीड़िता ने अपने पति को छोड़ दिया।
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