मध्य प्रदेश के रीवा से मानवता और प्रशासन के सवाल को शर्मसार किया गया है। यहां दो दिन से एक वृद्ध का शव सड़क पर था। लोग पूरी रफ्तार से उसकी तरफ दौड़ते रहे, लेकिन पुलिस की नजर भी नहीं पड़ी। राहगीरों द्वारा शिकायत के बाद, पुलिस को मामले का पता चला।
17 फरवरी को रीवा जिले के सोनवर्षा गाँव में रहने वाली 75 वर्षीय संपतलाल अपनी बेटी से मिलने चुरहट जा रही थी। इस दौरान, वह शोरिन रिंग रोड पर एक वाहन की चपेट में आ गया और वह सड़क पर गिर गया, लेकिन कोई भी ठीक नहीं हो पाया लेकिन कई वाहनों ने उसे कुचल दिया। रात भर वाहन बुजुर्गों की लाश को कुचलते रहे। उसी दौरान सड़क पर एक लाश लाश से टकरा गई।
लाश दो दिन तक सड़क पर पड़ी रही
लगभग दो दिन तक शव वहीं रहा, रात में भी पुलिस गश्त कर रही थी, लेकिन किसी को घटना की जानकारी नहीं हुई। जब सुबह देखा गया, तो कंबल के साथ केवल टूटी हुई हड्डियां, मांस के टुकड़े और कपड़े थे। यही नहीं, दूसरे दिन भी कई वाहन अभी भी ऊपर से निकल रहे थे।
दो दिन बाद, 20 फरवरी को, राहगीरों ने उनके जाने के बाद से बदबू शुरू कर दी, तो एक युवक ने देखा और देखा। युवक ने तुरंत मामले की सूचना पुलिस को दी। बाद में पता चला कि किसी ने 75 वर्षीय व्यक्ति को मारा, जिससे उसकी मृत्यु हो गई। शव की हालत इतनी खराब थी कि शरीर कई टुकड़ों में टूट गया।
पुलिस को कपड़े बाँधने और बुज़ुर्गों की हड्डियाँ लाने की ज़रूरत थी। वहीं, जब मृतक के परिजन उसकी तलाश में थाने पहुंचे, तो उनकी पहचान की जा सकी। पुलिस ने शव परीक्षण के लिए हड्डियों को संजय गांधी अस्पताल भेजा। हालांकि, अभी तक यह पता नहीं चला है कि बड़ों को किसने पीटा था।