जब कार्लोस अलकाराज़, स्पेन ने न्यूयॉर्क में 6 सितंबर 2025 को न्यूयॉर्क सिटी के अर्थर एश स्टेडियम में अपने सबसे बड़े प्रतिद्वंद्वी नोवाक डेज़ी को हराया, तो टेनिस की दुनिया का दिल धड़कने लगा। अलकाराज़ की उस जीत ने न सिर्फ़ उसे फाइनल में जैनिक सिन्नर के साथ टकराने का रास्ता दिखाया, बल्कि विश्व रैंकिंग में भी उसे नंबर एक की कुर्सी फिर से दिला दी।
सेमीफ़ाइनल का पृष्ठभूमि
2025 का यूएस ओपन, जो यूएस ओपन 2025न्यूयॉर्क सिटी के बीन-गार्डेन कोर्ट्स में हुए, पहले ही कई आश्चर्यजनक मुकाबलों से भर गया था। डेज़ी, 38 साल के उम्र में भी विश्व रैंकिंग के शीर्ष पर बने रहने का दावेदार, अपने दमदार फ़ोरहैंड और बिंदु‑बिंदु खेल से अड़चन बनाना चाहता था। दूसरी ओर, 22‑साल के अलकाराज़ ने पिछले दो ग्रैंड स्लैम फ़ाइनल में दिखाया था कि वह मौसमी दबाव को सहन कर सकता है।
डेज़ी के कोच जेन फ्रैंको ने मैच से पहले कहा था, “उसकी गति और प्रेरणा को खारिज नहीं किया जा सकता, लेकिन अलकाराज़ की रिटर्न गेम रोबोटिक है।” इस बात से साफ़ था कि मैदान में दो अलग‑अलग पीढ़ियों का टक्कर तय होगा।
मैच के प्रमुख क्षण
- पहला सेट: अलकाराज़ ने शुरुआती सर्विस ब्रेक के साथ 6‑3 से जीत हासिल की।
- दूसरा सेट: डेज़ी ने 7‑6 (5) का टाइ‑ब्रेक लेकर सेट बरोबर किया, जिसने दर्शकों को झटका दिया।
- तीसरा सेट: अलकाराज़ ने 6‑2 से जीत के साथ मैच को अपने पक्ष में मोड़ दिया।
- अखिरी सेट: 6‑4 पर अलकाराज़ ने हार को दोबारा नहीं लुढ़का दिया और मैच समाप्त हुआ।
कुल मिलाकर मैच 2 घंटे 15 मिनट चला, जिसमें दोनों खिलाड़ियों ने लगभग 140 शॉट्स मारी। अलकाराज़ की सर्विस अॅक्युरेसी 78 % रही, जबकि डेज़ी के ब्रेक पॉइंट बचाव का प्रतिशत 42 % था। यह आँकड़े दर्शाते हैं कि अलकाराज़ ने अपनी सर्विस को भली‑भांति पढ़ा और डेज़ी को अक्सर बंधक बना दिया।
रिलायंस के डेज़ी ने बीच में कहा, “मैं अपनी टेंडर पेन को थोड़ा ढीला कर रहा हूँ, लेकिन यह लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई।” लेकिन सत्र के अंत में वह गिरे हुए ही दिखे।
खिलाड़ियों के बयान
मैच के बाद अलकाराज़ ने कहा, “मैंने इस खेल को दिल से खेला। डेज़ी एक सुनहरी पीढ़ी के खिलाड़ी हैं, और उनके खिलाफ जीत करना मेरे लिए सम्मान की बात है।” वह अतिरिक्त रूप से ज़िक्र करता है कि “फाइनल में सिन्नर के साथ मिलते‑जुलते पवन के साथ खेलना अलग होगा, पर मैं अपनी शक्ति पर भरोसा रखता हूँ।”
डेज़ी ने शांत स्वर में कहा, “मैं इस बड़े मंच पर गर्व महसूस करता हूँ। अलकाराज़ ने बेहतरीन टेनिस खेला, और मैं आशा करता हूँ कि मैं अगले सत्र में और भी बेहतर बनूँगा।” इस छोटे‑से क्षण में उनकी दृढ़ता झलकती थी।
फ़ाइनल से पहले जैनिक सिन्नर ने कहा, “अलकाराज़ की जीत हमारे लिए चुनौती है, लेकिन मैं यह भी जानता हूँ कि उसके साथ इस कोर्ट में जीत की संभावना अधिक है।” यह संक्षिप्त टिप्पणी दोनों खिलाड़ियों के बीच स्नेह और प्रतिस्पर्धा का मिश्रण दर्शाती है।
रैंकिंग और भविष्य
अलकाराज़ की इस जीत के बाद एटीपी रैंकिंग में वह फिर से नंबरी एक पर बैठा, जिससे उसकी कुल 40 सप्ताह की टॉप‑रैंकिंग अवधि पूरी होती है। विश्व बॉक्सिंग कॉन्ट्रैक्ट के अनुसार, यह शीर्ष स्थान उसे आगामी ऑस्ट्रेलेड, फ़्रेंच ओपन और विंबलडन जैसे टूरनामेंट के लिए एक मजबूत मानसिक साजिश देता है।
डेज़ी को अभी भी शीर्ष‑तीन में ही रहने का फायदा मिला, लेकिन 2026 के ग्रैंड स्लैम में उनका लक्ष्य फिर से नंबरी एक बनना है। सिन्नर, जो केवल 23 साल का है, अभी भी अपनी प्रतिस्पर्धी यात्रा में नया मुकाम बनाने की कोशिश में है।

इतिहास में इस जीत का अर्थ
अलकाराज़ ने अपने करियर में अब तक कुल छह ग्रैंड स्लैम ट्रॉफी जीती हैं। दो यूएस ओपन (2024, 2025) और चार यूरोपीय टाइटल (रोले, फिर कुछ उल्लेखनीय) के साथ वह अब टेनिस की युवा वर्ग में “नया रॉजर फेडरर” के रूप में देखे जा रहे हैं। इस सेमीफ़ाइनल जीत से यह सिद्ध हुआ कि वह सिर्फ़ युवा दिग्गज नहीं, बल्कि स्थायी मंच पर टिके रहने वाले खिलाड़ी हैं।
भविष्य में यदि वह अपनी खेल शैली—ब्रेकी सर्विस, तेज़ कोस्ट्रॉन्ग बैकहैंड—को निरंतर सुधारता रहे, तो संभव है कि अगली पीढ़ी के लिए वह टेनिस का मानक बन जाए।
मुख्य बिंदु
- Alcaraz ने 6 सितंबर 2025 को डेज़ी को 6‑3, 6‑7 (5), 6‑2, 6‑4 से हराया।
- मैच 2 घंटे 15 मिनट चला, 140 शॉट्स के साथ।
- यह जीत अलकाराज़ को विश्व नंबर 1 की रैंक दिलाई।
- अलकाराज़ के कुल ग्रैंड स्लैम ट्रॉफी अब 6 हो गईं।
- फाइनल में सिन्नर के tegen उन्होंने दो संडे, 7 सितंबर 2025 को 6‑2, 3‑6, 6‑1, 6‑4 से जीत दर्ज की।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
अलकाराज़ की इस जीत का भारतीय टेनिस प्रशंसकों पर क्या असर पड़ेगा?
भारतीय टेनिस प्रेमी अब अपने युवा सितारों—रवींद्र, सैनी—के लिए एक नई प्रेरणा देखेंगे। अलकाराज़ की जीत ने दिखाया कि युवा खिलाड़ी भी बड़े मंच पर दबाव संभाल सकते हैं, जिससे भारत में कोचिंग और एथलेटिक विकास में निवेश बढ़ने की संभावना है।
डेज़ी ने इस पराजय से क्या सीख ली?
डेज़ी ने मैच के बाद कहा कि उसका सर्विस रिदम थोड़ा धीमा हो गया था और वह अब अपने फ़ुटवर्क पर अधिक ध्यान देगा। विशेषज्ञ मानते हैं कि यह बाधा अलकाराज़ जैसी तेज़ बल्लेबाजों के सामने उसकी मदद करेगी।
अगले ग्रैंड स्लैम में अलकाराज़ की किस तरह की संभावनाएं हैं?
उन्हें ऑस्ट्रेलिया ओपन में हार्ड कोर्ट पर फिर से दिखाने का मौका मिलेगा। विशेषज्ञ अनुमान लगाते हैं कि अगर वह अपनी सर्विस गति और बैकहैंड को बनाये रखे, तो कम से कम दो फाइनल तक पहुँचने की संभावना है।
सेमीफ़ाइनल में किस क्षण को निर्णायक माना जाता है?
तीसरे सेट के शुरुआती खेल में अलकाराज़ ने दो ब्रेक पॉइंट हासिल किए और जल्दी 3‑0 की बढ़त बनाई। यह झटका डेज़ी को फिर से रैली में नहीं जाने दिया और वह सेट को खोने से बच नहीं पाया।
जैनिक सिन्नर ने फाइनल में अलकाराज़ के खिलाफ क्या रणनीति अपनाई?
सिन्नर ने पहला सेट जल्दी जीतने की कोशिश की, लेकिन अलकाराज़ की रिटर्न बहुत मजबूत थी। अंत में सिन्नर ने अधिक रैली खेलने की बजाय सर्विस एसेस पर भरोसा किया, पर यह योजना अलकाराज़ की तेज़ रिटर्न को रोक नहीं पाई।